असम में आज माघ बिहू का त्योहार मनाया जा रहा है। इसे भोगली बिहू और माघोर दोमाही के नाम से भी जाना जाता है। यह साल का पहला त्यौहार है। इसमें विभिन्न समुदाय के लोग साल के बाकी दिनों के लिए समृद्धि की प्रार्थना करने के लिए एकजुट होते हैं।
लोग आज अलाव के लिए मीजी का निर्माण भी कर रहे हैं। वे इन झोपड़ियों के अंदर भोजन तैयार करेंगे और रात को सामुदायिक भोज का आयोजन होगा। मीजी को जलाकर कल सुबह खेत में फैला दिया जाएगा ताकि मिट्टी अधिक उपजाऊ हो।
बिहू के दौरान लोग सुबह जल्दी स्नान करते हैं और पारंपरिक असमिया खेल खेलते हैं। मुर्गों की लड़ाई कराई जाती है। लोग इस अवसर पर पारंपरिक असमिया भोजन और मिठाइयाँ खाते और बाँटते हैं। इसे त्योहार को तमिलनाडु में पोंगल, पंजाब में लोहड़ी और भारत के उत्तरी भागों में मकर संक्रांति कहा जाता है।