असम के दिमा हसाओ जिले के उमरांगसो की एक खदान में फंसे नौ कोयला खनिकों को बचाने के लिए सेना ने राज्य आपदा मोचन बल और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के साथ मिलकर विशेष संयुक्त अभियान शुरू किया है।
300 फुट गहरी खदान में पानी भर जाने के बाद खनिक ‘रैट-होल’ कोयला खदान के अंदर फंस गए। यह अवैध खदान गुवाहाटी से लगभग 250 किमी दूर मेघालय सीमा के पास उमरांगसो में स्थित है।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कल बचाव अभियान के लिए सेना की सहायता मांगी और अपने कैबिनेट सहयोगी को बचाव प्रयासों की निगरानी के लिए तुरंत दुर्घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया।
फंसे हुए खनिकों को बचाने में नागरिक प्रशासन की सहायता के लिए भारतीय सेना की राहत टुकड़ियां आज सवेरे उमरांगसो पहुंचीं।
मुख्यमंत्री के अनुरोध पर सेना ने बचाव अभियान चलाने के लिए गोताखोरों, इंजीनियरों और आवश्यक उपकरणों से लैस अन्य प्रशिक्षित कर्मियों से युक्त विशेष राहत कार्य बल जुटाया।
2014 में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल द्वारा प्रतिबंध के बावजूद, असम में अवैध रूप से रैट-होल खनन जारी है, जिससे हर साल कई मौतें होती हैं।