फ़रवरी 23, 2025 6:12 अपराह्न

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अल्मोड़ा के एस.एस.जे. विश्वविद्यालय और बी.एच.यू. के शोधकर्ताओं ने कम दुष्प्रभाव वाली कैंसर की दवा की खोज की

अल्मोड़ा के सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने कैंसर के इलाज की एक महत्वपूर्ण दवा “डॉक्सोरुबिसिन” के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए एक नई शोध की है। इस दवा में प्राकृतिक तत्व फिस्टिन मिलाकर, उसके दुष्प्रभाव कम करने का अध्ययन किया गया। शोधकर्ताओं ने पाया कि इसके इस्तेमाल से केंसर सेल के ग्रोथ में काफी कमी आई। साथ ही इससे कैंसर के दुष्प्रभावों को रोकने में भी सहायता मिली है।

 

मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना के तहत अल्मोड़ा के एसएसजे विश्वविद्यालय और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बारी-बारी से ये शोध किया गया। सहायक शोधार्थी सुमित सिंह के अनुसार इस दवा के नतीजे बेहद असरकारी हैं।

शोधकर्ता इसके क्लीनिकल ट्रायल पर भी विचार कर रहे हैं। यदि ये प्रयोग सफल होता है, तो भविष्य में कम दुष्प्रभाव वाली और प्रभावी कैंसर की दवा मिल सकती है।

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