दिसम्बर 16, 2025 6:42 अपराह्न

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अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव डॉ. चंद्र शेखर कुमार ने एआई के माध्यम से शास्त्रीय और लुप्तप्राय भाषाओं को सीखने पर दिया जोर

अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय के सचिव डॉ. चंद्र शेखर कुमार ने आर्टिफिशियल इटेंलिजेंस के माध्यम से शास्त्रीय और लुप्तप्राय भाषाओं को सीखने तथा उनके दस्तावेजीकरण और संरक्षण पर जोर दिया। डॉ. कुमार आज प्रौद्योगिकी के माध्यम से शास्त्रीय और लुप्तप्राय भाषाओं के संरक्षण पर केंद्रित, भाषादान कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उन्‍होंने दक्षता, नवाचार और साक्ष्य-आधारित नीति निर्माण को बढ़ावा देने के लिए पूरे मंत्रालय में ए.आई. आधारित उपकरण अपनाने की बात कही।
 
भाषादान कार्यशाला देश के राष्ट्रीय भाषा प्रौद्योगिकी मिशन भाषिनी के अंतर्गत नागरिक-संचालित पहल है। यह इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के नेतृत्व में ए.आई. संचालित मंच है, जिसे भारतीय भाषाओं के लिए डिजिटल उपकरण के माध्यम से भाषा गत बाधाओं को दूर करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
 
कार्यशाला के माध्‍यम से डिजिटल युग में लुप्तप्राय और शास्त्रीय भाषाओं के संरक्षण के लिए विशेषज्ञों और समुदाय के प्रतिनिधियों को एक साथ लाया गया। इस दौरान, प्रतिभागियों को भाषादान पारिस्थितिकी तंत्र से परिचित कराया गया, जिसमें पाली, प्राकृत, अवेस्ता पहलवी और गुरुमुखी लिपि पर विशेष ध्यान दिया गया।