अरूणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले के गोबुक और रामसिंग गांवों में पहली सियांग जैव विविधता बैठक 2024 चल रही है। सप्ताह भर चलने वाली इस जैव विविधता बैठक की शुरुआत 12 मई को हुई है। यह बैठक 18 मई को समाप्त होगी। इस कार्यक्रम का आयोजन मोलिंग राष्ट्रीय उद्यान सह वन्य जीवन प्रभाग और तितली न्यास के समर्थन से एपम सिरम वेलफेयर सोसायटी के सहयोग से गोबुक वेल्फेयर सोसाइटी द्वारा किया गया है।
सिर्फ ऊपरी सियांग जिले में हाल के वर्षों में दस नई प्रजातियों के कीट का पता चला है। यह खबर अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिक पत्रिका ट्रॉपिकल लेपिडोप्टेरा रिसर्च में प्रकाशित की गई थी। इन नई प्रजातियों की खोज ने इस जिले में सियांग जैव विविधता बैठक का द्वार खोला। वैज्ञानिक पत्रिका में कहा गया है कि इन प्रजातियों की रिकॉर्डिंग और खोज जिम्मेदार पर्यटन के लिए तितली न्यास-रॉयल एनफील्ड प्रोजेक्ट द्वारा 2022 से संचालित सामुदायिक संरक्षण पहल का परिणाम है। कीटों की विभिन्न प्रजातियों के अलावा पिछले दो वर्षों में 65 दिन का सर्वेक्षण भी किया गया था। इस सर्वेक्षण में तितलियों की दो सौ पचास से अधिक प्रजातियां, छह सौ 50 से अधिक कीटों की प्रजातियां, दो सौ चिड़ियों की प्रजातियां और कई दंतपंखियों की प्रजातियों का पता चला है।