अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ पर तीन दिवसीय प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव आज से शुरू हुआ। इस मौके पर श्री राम मंदिर को 50 क्विंटल से ज्यादा फूलों से सजाया गया। रामलला का पंचामृत और सरयू जल से अभिषेक किया गया और 56 पकवानों का प्रसाद चढ़ाया गया और महाआरती की गई।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रतिष्ठा द्वादशी उत्सव का शुभारंभ किया। उन्होंने अंगद किला पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि एक साल पहले आज ही के दिन प्रधानमंत्री के नेतृत्व में श्रीराम जन्मभूमि पर रामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम सम्पन्न हुआ था। उन्होंने कहा कि श्री राम मंदिर के लिये लोकतांत्रिक तरीके से और संविधान के दायरे में रह कर एक लम्बा आंदोलन चला।
500 वर्षों का इतिहास और ये इंतजार जिसकी दूरदर्षिता से सम्पन्न हो करके आज इस गौरव की अनुभूति हम सबको हर राम भक्त को करा रही हैं ऐसे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति सबसे पहले कृतज्ञता ज्ञापित करते हुए हम सब हृदय से आभार व्यक्त करते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री राम मंदिर की स्थापना के बाद अयोध्या में चौमुखी विकास हो रहा है। आने वाले समय में अयोध्या दुनिया की सबसे वैभवशाली नगर के रूप में स्थापित होगा।
अयोध्या जिस रूप में हम सबके सामने है आप अयोध्या के पास अपना इंटरनेषनल एयरपोर्ट है, अयोध्या की सड़के त्रेता युग की स्मरण करा रही है फोर लेन, सिक्स लेन की सड़के सरयू मैया के घाट पूरे देष को अपनी ओर आकर्शित करते है। राम जी की पैड़ी अब सरयू जी का जल वहीं पे सड़ता नहीं है, बल्कि एक ओर से आता है दूसरी ओर से वापस सरयू मैया में लौट करके श्रद्धालुओं को पुण्य का लाभ प्रदान कर रहा है।