अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ऐसे व्यक्ति है जो शांति नहीं चाहते जबकि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन युद्ध खत्म करना चाहते हैं। कल व्हाइट हाउस में संवाददाताओं के साथ बातचीत में श्री ट्रंप कहा कि श्री जेलेंस्की का रूख एक जैसा नहीं है और वो हमेशा पुतिन के बारे में ही नकारात्मक बोलते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि श्री जेलेंस्की को ये घोषित करना होगा कि वे शांति चाहते हैं।
इस बीच, श्री जेलेंस्की ने कल न्यूयॉर्क में एक निजी समाचार चैनल के साथ बातचीत में राष्ट्रपति ट्रंप और उप-राष्ट्रपति वांस के साथ हुई नोकझोंक की बात को माना और कहा कि दोनों पक्षों के बीच काफी मतभेद हैं।
उन्होंने कहा कि श्री ट्रंप को यह समझना चाहिए कि यूक्रेन रूस के प्रति अपने रवैये में अचानक बदलाव नहीं ला सकता। उन्होंने कहा कि यूक्रेन, रूस के साथ शांति वार्ता में तब तक शामिल नहीं होगा जब तक उसे भविष्य में हमला न करने की गारंटी नहीं मिलती है। श्री जेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन की जनता के लिए यह संवेदनशील मुद्दा है और वे चाहते हैं कि अमरीका रूस का नहीं बल्कि उनका पक्ष ले।
अमरीका और यूक्रेन के बीच भू-खनिज वार्ता असफल होने के बाद यूरोप के नेताओं ने यूक्रेन के प्रति एकजुटता दिखाई है। सोशल मीडिया पोस्ट में, यूरोपीय संघ के विदेश नीति की प्रमुख काजा कलास ने कहा है कि यूरोपीय संघ यूक्रेन को समर्थन जारी रखेगा ताकि वे रूस से संघर्ष जारी रख सकें। जर्मनी के निर्वाचित चांसलर फ्रेडरिक मर्ज ने भी यूक्रेन के राष्ट्रपति का समर्थन किया है और कहा है कि वे ऐसी स्थिति में यूक्रेन के साथ हैं।
जर्मनी के निवर्तमान चांसलर ओलाफ शोल्ज ने कहा कि यूक्रेन, जर्मनी और यूरोप पर भरोसा कर सकता है। यूक्रेन के साथ एकजुटता दिखाते हुए यूरोपीय संघ की आयुक्त उर्सुला वोन डेर लियेन ने यूक्रेन को मजबूत, बहादुर और निर्भीक रहने की अपील की। सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जेलेंस्की कभी अकेले नहीं थे और यूरोपीय संघ न्यायपूर्ण और स्थाई शांति के लिए यूक्रेन के साथ काम करता रहेगा।
यूक्रेन के प्रधानमंत्री और संसद के अध्यक्ष सहित यूक्रेन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी जेलेंस्की के प्रति समर्थन व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री डेनिस शमाईहॉल ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा है कि राष्ट्रपति जेलेंस्की सही है। गारंटियों के बिना शांति संभव नहीं है।
इस बीच यूक्रेन की संसद के स्पीकर स्टेफनचुक ने श्री जेलेंस्की और यूक्रेन की जनता को पूर्ण समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि इस युद्ध में रूस हमलावर है और यूक्रेन हमले का शिकार है।
स्वीडन, नॉर्वे, लाटविया, चेक गणराज्य और लिथूआनिया से भी इसी तरह के संदेश प्राप्त हुए हैं।
एक तरफ जहां यूरोपीय देशों के नेता यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की के समर्थन में एक जुट हो गये हैं वहीं अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस द्वारा कल व्हाइट हाउस में श्री ज़ेलेंस्की को फटकार लगाने के बाद रूस की सरकारी मीडिया और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगियों ने प्रसन्नता व्यक्त की है।
रूस की सुरक्षा परिषद के उप-प्रमुख दिमित्री मेदवेदेव ने टेलीग्राम पर लिखा है कि श्री ट्रम्प ने यूक्रेन का कडा विरोध किया। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प यूक्रेन के कारण तीसरे विश्व युद्ध होने की संभावना को लेकर सही हैं। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि ट्रम्प और उपराष्ट्रपति जेडी वेंस, ज़ेलेंस्की पर हमलावर बनने से रोकने में कामयाब रहे।
रूस के सहयोगी हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया। सोशल मीडिया पोस्ट में ओर्बन ने कहा कि ट्रंप शांति के लिए मजबूती से खड़े रहे।
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों ने कहा है कि यूक्रेन युद्ध में यदि कोई हमलावर है तो वह रूस है। कल संवाददाताओं से बातचीत में उन्होंने कहा कि रूस हमलावर है और यूक्रेन की जनता हमले से पीडित है। श्री मैक्रों ने कहा कि फ्रांस यूक्रेन की मदद करने और रूस पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रतिबद्ध है। तीन वर्ष पहले भी फ्रांस ने ऐसा ही कहा था और आगे भी ऐसा ही करता रहेगा।
स्पेन के प्रधानमंत्री पैड्रो सांचेज ने कहा कि उनका देश युद्धग्रस्त यूक्रेन के समर्थन में है। यूक्रेन का कट्टर समर्थक पोलैंड ने भी अमरीका के साथ विवाद के बाद यूक्रेन को भरोसा दिलाया है। सोशल मीडिया पोस्ट में पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा कि यूक्रेन अकेला नहीं है।