अमरीका ने कहा है कि वह भारत–चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा–एलएसी समझौते से संबंधित घटनाक्रम पर बारीकी से नजर बनाए हुए है।
मीडिया से बात करते हुए कल विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने यह टिप्पणी की।
जून 2020 में गलवान घाटी में भारत और चीन के सैनिकों के आपस में भिड़ने के बाद से ही दोनों के बीच एलएसी पर तनावपूर्ण सैन्य गतिरोध है।
एलएसी गश्त समझौते की घोषणा हाल ही में रूस के कज़ान में आयोजित 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से ठीक पहले की गई थी। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने भाग लिया था।