विश्व जलवायु संरक्षण कांग्रेस का सप्ताह भर से जारी सम्मेलन कल अबू धाबी में संपन्न हो गया। इसमें सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों, आदिवासी समुदायों और अनुसंधान संस्थानों के दस हज़ार से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए। सम्मेलन में जैव विविधता को हो रहे नुकसान, जलवायु परिवर्तन के खतरों और पर्यावरणीय अपराध से निपटने के प्रस्तावों को अंगीकृत किया गया।
सम्मेलन में इस बात पर सहमति बनी कि जंगली पशुओं को पकड़ने और उनके व्यापार के लिए अंतरराष्ट्रीय कानून की आवश्यकता है। जंगली जानवरों को पकड़ने के कारण हर साल लाखों प्रजातियां विलुप्त हो रही हैं।
कोयला, तेल और गैस से चरणबद्ध रूप में मुक्त होने पर भी सहमति बनी है। ज़िम्बाब्वे को संगठन का फिर से सदस्य बनाने का निर्णय भी लिया गया।