अफ़ग़ानिस्तान के कार्यवाहक गृह मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने पाकिस्तान को चेतावनी दी है कि काबुल किसी भी तरह की आक्रामकता बर्दाश्त नहीं करेगा। हक्कानी ने यह बात इस हफ़्ते की शुरुआत में इस्तांबुल में दोनों देशों के बीच हुई बातचीत के ताज़ा दौर के विफल होने के कुछ दिनों बाद कही। उन्होंने कहा कि अफ़ग़ानिस्तान के लोगों की आंतरिक समस्याएँ हो सकती हैं लेकिन वे किसी भी विदेशी आक्रमणकारी के ख़िलाफ़ एकजुट हैं। उन्होंने आगे कहा कि हमारे क्षेत्र की रक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में से एक है। हक्कानी ने कहा कि समझ और बातचीत के दरवाज़े खुले हैं और अफ़ग़ानिस्तान किसी के साथ टकराव नहीं चाहता।
इस बीच पाकिस्तान ने ज़ोर देकर कहा है कि तहरीक-ए-तालिबान – टीटीपी के ख़िलाफ़ कार्रवाई करना और समूह के लड़ाकों को अफ़ग़ानिस्तान में पनाह लेने से रोकना किसी भी समझौते के लिए महत्वपूर्ण शर्तें हैं। इस हफ़्ते की शुरुआत में अफ़ग़ानिस्तान ने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी जारी की थी और इस्लामाबाद की बातचीत टूटने के बाद भविष्य में किसी भी सैन्य हमले का कड़ा जवाब देने की कसम खाई थी।
 
									 
		 
									 
									 
									 
									