भारतीय रिजर्व बैंक के मासिक बुलेटिन के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में आने वाला सकल विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) 26.4% बढ़कर 22.5 बिलियन डॉलर हो गया है।
पहली तिमाही में निवेश में उछाल के कारण शुद्ध निवेश में 6.9 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जो कि इसी अवधि में पिछले साल 4.7 बिलियन डॉलर थी।
लगभग 80 प्रतिशत सकल एफडीआई निवेश विनिर्माण, वित्तीय सेवाओं, संचार सेवाओं, कंप्यूटर सेवाओं, बिजली और अन्य ऊर्जा क्षेत्रों में आया था।
रिपोर्ट के अनुसार सिंगापुर, मॉरीशस, नीदरलैंड, अमेरिका और बेल्जियम एफडीआई का 75 प्रतिशत हिस्सा है।
इस रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत का निर्यात बॉस्केट इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियरिंग उत्पाद की तरफ ज्यादा झुक रहा है, जबकि पारम्परिक आभूषण, वस्त्र, चमडा उत्पाद और समुद्री खाद्य पदार्थ का निर्यात लगातार कम हो रहा है।
इस रिपोर्ट से यह भी पता चलता है कि सेवा क्षेत्रों खासकर कंसल्टेंसी, इंजीनियरिंग, अनुसंधान के क्षेत्र में भारत का निर्यात एक बडी शक्ति के तौर पर उभर रहा है।