अरुणाचल प्रदेश विधानसभा आज अपने स्वर्ण जयंती समारोह के समापन पर विशेष सत्र आयोजित करेगी। वर्ष 1975 में अपनी स्थापना के बाद से, विधानसभा ने इस वर्ष अपनी यात्रा के 50 वर्ष पूरे कर लिए हैं।
जुलाई में शुरू हुआ एक महीने तक चलने वाला यह समारोह आज की विशेष बैठक के साथ समाप्त होगा। इसमें विधानसभा के पाँच दशकों के विधायी कार्य और लोकतांत्रिक विकास पर विचार किया जाएगा।
विधानसभा का गठन पहली बार 1975 में 33 सदस्यों के साथ हुआ था। इनमें से 30 सदस्य एकल-सीट वाले निर्वाचन क्षेत्रों से सीधे चुने जाते थे और 3 सदस्य केंद्र सरकार द्वारा मनोनीत किए जाते थे। 20 फरवरी, 1987 को राज्य का दर्जा प्राप्त होने के बाद, सदन की सदस्य संख्या बढ़कर 60 हो गई थी।
स्वर्ण जयंती समारोह के अंतर्गत, पिछले पाँच सप्ताह में पूरे राज्य में सांस्कृतिक कार्यक्रम और प्रदर्शनी आयोजित की गईं। इनमें अरुणाचल प्रदेश के विधायी इतिहास को प्रदर्शित किया गया।