नगर एवं ग्राम नियोजन (टीसीपी), आवास और तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने शिक्षकों से अपील की है कि वे अपनी भूमिका को केवल सिलेबस पूरा करने तक ही सीमित न रखें। उनके ऊपर तो बच्चों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने और देश एवं समाज के लिए आदर्श, चरित्रवान एवं संवेदनशील पीढ़ी तैयार करने की बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
शुक्रवार को हमीरपुर के निकटवर्ती गांव गजोह के राज पैलेस में पारुल विश्वविद्यालय वडोदरा द्वारा आयोजित प्रधानाचार्यों एवं शिक्षकों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए राजेश धर्माणी ने कहा कि एक बच्चे की जिंदगी में बदलाव लाने से बड़ा कोई और प्रोजेक्ट नहीं हो सकता है। इसलिए, शिक्षक की भूमिका को सर्वोपरि माना जाता है।