भारत अजरबैजान के बाकू में जारी जलवायु परिवर्तन सम्मेलन- कॉप29 में संयुक्त राष्ट्र और अन्य बहुपक्षीय संगठनों के साथ साझेदारी में कई कार्यक्रमों की मेजबानी करेगा। सम्मेलन में भारत की महत्वाकांक्षाओं पर सूत्रों ने कहा कि कॉप29 को विकासशील देशों पर अनुचित दायित्वों को थोपने से रोकने के लिए जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन और पेरिस समझौते के सिद्धांतों और प्रावधानों को बरकरार रखना चाहिए।
इसमें कहा गया है कि कॉप29 को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि जलवायु वित्त पर्याप्त, पूर्वानुमानित, सुलभ, अनुदान-आधारित, कम ब्याज वाला और दीर्घकालिक हो।
ऊर्जा परिवर्तन पर सूत्रों ने बताया है कि कॉप29 को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि यह न्यायसंगत है और राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित तरीके से हासिल किया गया है। यह सम्मेलन 22 नवम्बर तक आयोजित किया जाएगा।