भारतीय नौसेना के लिए बनाए जा रहे अगली पीढ़ी के पहले मिसाइल जहाज का निर्माण शुरू होने पर कल कोचीन शिपयार्ड में एक समारोह आयोजित किया गया। इस जहाज में स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित हथियार और सेंसर लगाए जाएंगे। यह नौसेना की युद्घ क्षमताओं को बढ़ाएगा। यह सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल प्रणाली, मिसाइल रोधी रक्षा प्रणाली और रडार से सुसज्जित होगा।
नौसेना ने पिछले साल मार्च में अगली पीढ़ी के मिसाइल छह जहाजों के निर्माण के लिए कोचीन शिपयार्ड के साथ एक अनुबंध किया था। इन जहाजों को नौसेना में 2027 तक शामिल करने की योजना है।