अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन का 85वां सत्र 20 और 21 जनवरी को बिहार के पटना में आयोजित किया जाएगा। यह भारत में विधानमंडलों का सर्वोच्च निकाय है जो लोकसभा के मार्गदर्शन में सभी विधान सभाओं और परिषदों के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं और नवीन विचारों को साझा करने का एक मंच है।
बिहार विधान सभा के अध्यक्ष नंद किशोर यादव ने बताया कि दो दिवसीय कार्यक्रम का विषय भारतीय संविधान की 75वीं गौरवशाली यात्रा पर आधारित है। श्री यादव ने कहा कि सम्मेलन के प्रतिनिधि संविधान को अपनाने की 75वीं वर्षगांठ के संदर्भ में संवैधानिक मूल्यों के सशक्तिकरण में संसद और राज्य विधानसभाओं के योगदान पर चर्चा करेंगे।
उन्होंने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला सम्मेलन की अध्यक्षता करेंगे और बिहार विधान मंडल सह-मेजबानी करेगा। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश भी कार्यक्रमों में शामिल होंगे।
श्री यादव ने कहा कि दिल्ली और गोवा विधानसभाओं के प्रतिनिधियों को छोड़कर सभी विधायी निकाय सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन में विधानसभा अध्यक्षों, विधानसभा अध्यक्षों सहित 54 पीठासीन अधिकारी भाग लेंगे तथा राज्य विधानसभाओं के 31 सचिव भी सम्मेलन में भाग लेंगे।
लोकसभा से 60 तथा राज्यसभा से सात अधिकारी शीर्ष निकाय की बैठक में भाग लेंगे। यह सम्मेलन बिहार में 43 वर्षों के लंबे अंतराल के बाद आयोजित किया जा रहा है, पिछली बार इसका आयोजन 1982 में किया गया था। यह तीसरी बार है जब बिहार इस सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है।