भारतीय जनता पार्टी ने आज एक मीडिया रिपोर्ट के बाद कांग्रेस पर कटाक्ष किया कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2008 में प्रधानमंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय-पीएमएमएल से भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के दान किए गए कागजात ले लिए थे।
पीएमएमएल सोसायटी के एक सदस्य तथा इतिहासकार रिज़वान क़ादरी ने हाल ही में उन कागजात को लौटाने संबंधी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को पत्र लिखा है। संसद के बाहर मीडिया से बातचीत में भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि पंडित नेहरू द्वारा एडविना माउंटबेटन, जयप्रकाश नारायण और कई अन्य गण्यमान्य व्यक्तियों को लिखे गये पत्रों के 51 डिब्बे सोनिया गांधी ने लिये थे। उस दौरान वे संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष थीं।
इस बीच, कांग्रेस ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा है कि सत्तारूढ़ पार्टी एक प्रमुख कारोबारी समूह द्वारा कथित रिश्वत लेने के आरोपों से संबंधित मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास कर रही है। पार्टी के सांसद इमरान मसूद ने संसद के बाहर मीडिया को बताया कि मुद्दों से ध्यान भटकाना एक राजनीतिक एजेण्डा है।
संबित पात्रा ने लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान भी यह मुद्दा उठाया। इसका जवाब देते हुए केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि सदस्य के सुझाव का संबंधित प्रश्न से कोई लेना-देना नहीं है। हालांकि उन्होंने कहा कि उन्होंने सदस्य के सुझाव नोट कर लिये हैं और उस पर उचित कार्रवाई की जाएगी।