सरकार ने आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में तिरुपति-पाकला-कटपडी सिंगल रेल लाइन खंड के दोहरीकरण को स्वीकृति दे दी है। सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने केंद्रीय मंत्रिमंडल के निर्णयों के बारे में आज नई दिल्ली में जानकारी देते हुए कहा कि इस परियोजना से वेल्लोर और तिरुपति के शैक्षिक और चिकित्सा केंद्रों तक संपर्क बढ़ेगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से आंध्र प्रदेश के चित्तूर और तिरुपति जिले तथा तमिलनाडु के वेल्लोर जिले को लाभ होगा। इस परियोजना की अनुमानित लागत एक हजार 332 करोड़ रुपये होगी।
श्री वैष्णव ने कहा कि इस मल्टी-ट्रैकिंग परियोजना से करीब 400 गांवों के 14 लाख लोगों को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि कोयला, कृषि वस्तुओं, सीमेंट और अन्य खनिजों के आवागमन के लिए यह एक आवश्यक मार्ग है।
सरकार ने छह लेन वाले ज़ीरकपुर बाईपास के निर्माण को भी स्वीकृति दी। इस पर एक हजार 878 करोड़ रुपये की लागत आएगी। श्री वैष्णव ने कहा कि यह बाईपास 19 किलोमीटर से अधिक लंगा होगा और यह पंजाब तथा हरियाणा में फैला होगा। उन्होंने कहा कि इस परियोजना से पटियाला, दिल्ली और मोहाली एयरोसिटी से यातायात का मार्ग परिवर्तन कर हिमाचल प्रदेश को सीधा संपर्क प्राप्त होगा। इससे ज़ीरकपुर, पंचकूला और आसपास के क्षेत्रों में भीड़भाड़ कम करने में सहायता मिलेगी।
मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की उप-योजना के रूप में कमांड एरिया डेवलपमेंट और जल प्रबंधन के आधुनिकीकरण को भी स्वीकृति दी। इसका आरंभिक परिव्यय एक हजार 600 करोड़ रुपये है। श्री वैष्णव ने कहा कि इससे किसानों को प्रति बूंद अधिक फसल प्राप्त करने में सहायता मिलेगी और 78 परियोजनाओं में 80 हजार किसानों को शामिल किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य मौजूदा नहरों या अन्य स्रोतों से निर्दिष्ट क्लस्टर में सिंचाई के पानी की आपूर्ति के लिए सिंचाई जल आपूर्ति नेटवर्क का आधुनिकीकरण करना है।