विश्व बैंक ने कहा है कि श्रीलंका की आर्थिक सुधार प्रक्रिया अभी भी नाज़ुक बनी हुई है और तेज और सतत सुधारों के बिना इसकी गति धीमी पड़ सकती है। राजधानी, कोलंबो में विश्व बैंक ने कहा है कि वर्ष 2025 में आर्थिक विकास दर 4 दशमलव 6 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है, जो अगले वर्ष घटकर साढ़े तीन प्रतिशत रह जाएगी।
रिपोर्ट में कहा गया है कि हालांकि राजस्व में सुधार हुआ है और भंडार स्थिर बना हुआ है, लेकिन अभी भी सुधारों की आवश्यकता है। गरीबी का स्तर लगभग 22 प्रतिशत अनुमानित है, और देश की 10 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से थोड़ा ऊपर जीवन यापन कर रही है।
विश्व बैंक ने कहा कि लगभग 80 प्रतिशत सरकारी खर्च वेतन, कल्याण और ब्याज भुगतान पर निर्भर है। बैंक ने कहा कि सार्वजनिक व्यय में दक्षता बढ़ाने और बुनियादी ढांचे, शिक्षा और स्वास्थ्य में निवेश पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
विश्व बैंक ने चेतावनी दी है कि व्यापार, कराधान, निवेश और रोज़गार सृजन में सुधारों के बिना, श्रीलंका का विकास अवरुद्ध हो सकता है। राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके 7 नवंबर को बजट भाषण प्रस्तुत करेंगे।