प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पोलैंड की आधिकारिक यात्रा पर हैं। वे आज वॉरसा में पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता करेंगे। दोनों नेता द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा करेंगे और कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे। दोनों पक्षों के बीच बैठक में अन्य विकल्पों पर भी बातचीत होगी। श्री मोदी पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज डूडा से भी मुलाकात करेंगे। इससे पहले प्रधानमंत्री का औपचारिक स्वागत किया जाएगा। वे अज्ञात सैनिकों के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। प्रधानमंत्री व्यापारिक नेताओं और पोलैंड के गणमान्य लोगों के साथ बातचीत करेंगे। कल रात वारसा में भारतीय समुदाय के साथ बातचीत में प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का भारत सभी से जुड़ाव और सबका विकास और कल्याण चाहता है।
श्री मोदी ने कहा कि दशकों से भारत की तटस्थता की नीति रही है लेकिन आज भारत की नीति सभी देशों से घनिष्ठ संबंध बनाने की है। उन्होंने कहा कि भारत का स्पष्ट तौर पर यह मानना है कि यह युग, युद्ध का नहीं है, भारत संघर्ष को सुलझाने के लिए बातचीत और कूटनीति में विश्वास करता है। श्री मोदी ने कहा कि भारत, शांति का पक्षधर है और अब दुनिया भारत को विश्वबंधु के रूप में सम्मान देती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी दो देशों पोलैंड और यूक्रेन की यात्रा के पहले चरण में कल वॉरसा पहुंचे। एक सोशल मीडिया पोस्ट में, श्री मोदी ने कहा, इस यात्रा से भारत-पोलैंड मित्रता को गति मिलेगी और दोनों देशों के लोग लाभान्वित होंगे। हमारे संवाददाता ने बताया है कि पिछले 45 वर्षों में यह किसी भारतीय प्रधान मंत्री की पोलैंड की पहली यात्रा है।
अपनी दो देशों की यात्रा के दूसरे चरण में प्रधान मंत्री यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलादिमिर ज़ेलेंस्की के निमंत्रण पर कल यूक्रेन पहुंचेंगे। 1992 में दोनों देशों के संबंध शुरू होने के बाद किसी भारतीय प्रधान मंत्री की यूक्रेन की यह पहली यात्रा है। कीव में, प्रधान मंत्री राजनीतिक, व्यापारिक, आर्थिक, निवेश, शिक्षा, सांस्कृतिक और लोगों के बीच आपसी संबंधों से जुडे कई पहलुओं पर चर्चा करेंगे। प्रधानमंत्री, छात्रों सहित भारतीय समुदाय के लोगों के साथ बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री की यूक्रेन की ऐतिहासिक यात्रा द्विपक्षीय संबंधों को सुदृढ़ करने में सहायक होगी।