राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को मजबूत करके और निजी क्षेत्र की विशेषज्ञता को एकीकृत करते हुए रक्षा क्षमताओं को बढ़ाने पर जोर दिया है। राष्ट्रपति ने कहा कि देश स्वदेशीकरण के प्रयासों में तेजी ला सकता है और रक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में निजी उद्यमों के एकीकरण के साथ खुद को वैश्विक रक्षा विनिर्माण केंद्र के रूप में स्थापित कर सकता है।
राष्ट्रपति ने आज नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन में भारतीय कॉर्पोरेट कानून सेवा, रक्षा वैमानिकी गुणवत्ता आश्वासन सेवा और केंद्रीय श्रम सेवा के परिवीक्षार्थियों से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक सेवा अधिकारियों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उनके निर्णय और कार्य जीवन को बदलने की क्षमता रखते हैं। श्रीमती मुर्मु ने कहा कि अधिकारियों को सुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही के पथप्रदर्शक के रूप में काम करना चाहिए।