राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने ईस्टर की पूर्व संध्या पर देश और विदेश में रहने वाले ईसाई समुदाय सहित सभी नागरिकों को शुभकामनाएं दी हैं। राष्ट्रपति ने एक संदेश में कहा कि पवित्र ईस्टर त्यौहार भगवान जीसस क्राइस्ट के पुनर्जीवित होने का प्रतीक है और निस्वार्थ प्रेम और सेवा का संदेश देता है। श्रीमती मुर्मु ने कहा कि जीसस क्राइस्ट का बलिदान क्षमा और त्याग के मूल्यों की शिक्षा देता है। उनका जीवन मानवता को सत्य, न्याय तथा सद्भावना के लिए प्रेरित करता है। राष्ट्रपति ने प्रत्येक व्यक्ति से जीसस क्राइस्ट के जीवन मूल्यों को आत्मसात करने तथा समाज में शांति और समृद्धि को प्रोत्साहन देने का अनुरोध किया।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड ने भी ईसाई समुदाय और सभी नागरिकों को ईस्टर की शुभकामनाएं दी। एक संदेश में उपराष्ट्रपति ने कहा कि ईस्टर आशा और जीसस क्राइस्ट के पुनर्जीवन के माध्यम से नवीनीकरण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि सद्भावपूर्ण समाज का निर्माण करने के लिए जीसस क्राइस्ट की सौहार्द, क्षमा और सेवा की शिक्षा सदैव प्रासंगिक है। श्री धनखड ने उम्मीद जताई कि यह पवित्र दिन प्रत्येक व्यक्ति को वंचितों के कल्याण के लिए पुन प्रतिबद्ध करें और राष्ट्र के सभी समुदायों के बीच शांति का भाव भरें।