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नवम्बर 14, 2024 5:52 अपराह्न

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राजकीय उच्च पाठशाला धाली में अनूठे ढंग से मनाया बाल दिवस

14 नवंबर को बाल दिवस देश के कोने कोने में मनाया जा रहा है लेकिन राजधानी शिमला के मशोबरा ब्लाक की गगनचुंबी पहाड़ियों के आंचल में बसी राजकीय उच्च पाठशाला धाली बागड़ा में इस दिवस को अनूठे ढंग से मनाकर शिक्षा जगत में अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया गया।  पाठशाला के मुख्याध्यापक राकेश वर्मा की अगवाई में आयोजित इस भव्य कार्यक्रम में सुबह की प्रार्थना सभा में जहां सारा कार्य बच्चे किया करते थे, पर बाल दिवस पर यह दायित्व शिक्षकों ने संभाला।  इस दौरान वरिष्ठ शिक्षिका टीजीटी नाॅन मैडीकल रमा डोगरा ने बताया कि सुबह के सत्र की प्रार्थना सभा में टीजीटी आर्टस शिक्षक अनिल शर्मा ने बच्चों को पीटी करवाई और मंच संचालन  किया जबकि टीजीटी आर्टस शिक्षिका अंजू बाला ने देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू के जीवन पर पत्र वाचन किया।  टीजीटी मैडीकल शिक्षिका पूनम ने समाचार पढ़ने के साथ स्वर और ताल में बच्चों के साथ कविता सांझी की जिसका सभी ने खूब आनंद उठाया। रमा डोगरा ने बच्चों से पंडित जवाहर लाल नेहरू के जीवन से जुड़ी बातों पर बच्चों से प्रश्न पूछे जिनका उन्होंने सहजता से उत्तर दिया।  शिक्षिकाओं में शामिल अंजू बाला, रमा डोगरा, पूनम, हेमा, शिवानी, अनिल और भाषा अध्यापक सुभाष ने वंदे मातरम के साथ ऐ मालिक तेरे बंदे हम प्रार्थना गाई। भाषा शिक्षक सुभाष चंद ने बच्चों को रामायण के रोचक प्रसंग से अवगत करवाते हुए मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्री राम के पदचिन्हों पर चलने का आहवान किया।  दिन में बच्चों ने पहाड़ी नाटी पर खूब डांस किया जबकि बाल दिवस के मायनों को समझाते हुए बच्चों ने लघु नाटिका भी प्रस्तुत की और समाजिक कुरीतियों पर प्रहार किया।  इस दौरान बच्चों ने समाजिक भेदभाव, छुआछूत, दहेज प्रथा, लैंगिग समानता आदि के बारे में अपने विचार प्रकट किए। शिक्षकों द्वारा बच्चों के लिए दोपहर के भोजन का विशेष प्रबंध किया गया था, जिसका बच्चों ने खूब लुत्फ उठाया।

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