संघ लोक सेवा आयोग- यू.पी.एस.सी. ने हाल ही में हुई एक परीक्षा में आपत्तिजनक सामग्री का इस्तेमाल करते पाए जाने पर एक अभ्यर्थी को अपनी सभी परीक्षाओं और चयन प्रक्रियाओं में तीन साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है।
आयोग के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार ने कहा है कि आयोग अपनी परीक्षा प्रक्रियाओं में ईमानदारी, पारदर्शिता और निष्पक्षता के उच्चतम मानकों को बनाए रखने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि परीक्षा के दौरान अनुचित साधनों या कदाचार में लिप्त पाए जाने वाले किसी भी अभ्यर्थी पर नियमों के अनुसार कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी, जिसमें भविष्य की परीक्षाओं से निष्कासन भी शामिल है।
उन्होंने कहा कि चयन प्रक्रिया की पवित्रता बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि सरकारी सेवाओं में भर्ती के लिए योग्यता ही एकमात्र मानदंड बनी रहे, ऐसे उपाय आवश्यक हैं। श्री कुमार ने कहा कि यू.पी.एस.सी. योग्यता और निष्पक्ष प्रणाली का प्रतीक है और चयन प्रक्रिया के अनुसार किसी भी पृष्ठभूमि के अभ्यर्थी पूरी तरह से योग्यता के आधार पर चयनित हो सकते हैं।