केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि भारत विकसित दुनिया का हिस्सा बनना चाहता है। उन्होंने कहा कि भारत मित्र देशों के साथ काम करना चाहता है और उन देशों के साथ सक्रिय रूप से जुड़ना चाहता है जिनके साथ हमारे हित समान हैं, जहाँ भारत वास्तव में ऐसी साझेदारियाँ बना सके जो स्थायी, टिकाऊ और दोनों पक्षों के लिए लाभकारी हों।
उन्होंने यह बात नई दिल्ली के भारत मंडपम में फिक्की लीड्स 2025 को संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, श्री गोयल ने कहा कि भारत ने ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, चिली और पेरू सहित कई देशों के साथ व्यापार समझौते किए हैं। यूरोपीय संघ के साथ व्यापार वार्ता भी तेज़ी से आगे बढ़ रही है और जल्द ही पूरी हो जाएगी।
श्री गोयल ने कहा कि इन देशों ने अगले 15 वर्षों में विनिर्माण, नवाचार और सेवा जैसे क्षेत्रों में 100 अरब अमरीकी डॉलर से अधिक का निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है। उन्होंने कहा कि ओमान के साथ व्यापार समझौता प्रगति पर है और अगले कुछ हफ़्तों में इसके पूरा होने की संभावना है। भारत की आकांक्षाओं पर प्रकाश डालते हुए, श्री गोयल ने कहा कि भारत मित्र देशों के साथ मिलकर काम करके पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारियाँ बनाकर विकसित दुनिया का हिस्सा बनना चाहता है। उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि देश सबसे तेज़ी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है और आने वाले दशकों में अपनी युवा और महत्वाकांक्षी आबादी के बल पर इसी गति से आगे बढ़ता रहेगा।