भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने आज महाराष्ट्र के रत्नागिरी जिले के मंदनगढ़ तालुका में नए सिविल और आपराधिक न्यायालय भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने समाज के अंतिम व्यक्ति तक न्याय पहुँचाने के महत्व पर प्रकाश डाला और इस बात पर बल दिया कि न्याय सुलभ, कुशल और डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर द्वारा निर्धारित सिद्धांतों पर आधारित होना चाहिए।
मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति गवई ने कहा कि मंदनगढ़ में नवनिर्मित न्यायालय जमीनी स्तर पर न्याय की पहुँच सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। उन्होंने न्यायपालिका की नींव को मज़बूत करने की राज्य सरकार की प्रतिबद्धता की भी सराहना की।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, बॉम्बे उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति चंद्रशेखर, उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, संरक्षक मंत्री उदय सामंत और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में शामिल हुए।