भारत के पश्चिमी तट पर इस महीने की 5 से 9 तारीख तक आयोजित अभ्यास कोंकण 2025 का सफल समापन हुआ। इसके उपरांत ब्रिटेन का रॉयल नेवी फ्रिगेट एचएमएस रिचमंड आज मुंबई बंदरगाह पहुँचा। यह भारतीय नौसेना और रॉयल नेवी के बीच संयुक्त नौसैनिक अभ्यास द्विपक्षीय रक्षा सहयोग में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
पहली बार, ब्रिटेन और भारतीय कैरियर स्ट्राइक ग्रुप्स ने एक संयुक्त समुद्री अभ्यास किया। ब्रिटेन के 65 हजार टन के विमानवाहक पोत एचएमएस प्रिंस ऑफ वेल्स ने भारत के आईएनएस विक्रांत के साथ मिलकर लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों, पनडुब्बियों और सतही जहाजों के साथ उन्नत हवाई-समुद्री युद्ध तत्परता का प्रदर्शन किया। नॉर्वे और जापान सहित कई देशों के सहयोगी जहाजों ने भी इसमें भाग लिया।
चार दिनों तक, दोनों नौसेनाओं ने जटिल समुद्री और हवाई अभियानों का अभ्यास किया। 2004 से हर दो साल में आयोजित होने वाला अभ्यास कोंकण दोनों देशों के बीच अंतर-संचालन और समन्वित समुद्री क्षमताओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण रहा है।