भारत और सिंगापुर क्वांटम कंप्यूटिंग, एआई, आटोमेशन और मानवरहित पोतों जैसे उभरते क्षेत्रों में रक्षा प्रौद्योगिकी सहयोग को और गहरा करने पर सहमत हुए हैं। संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है कि दोनों देशों ने समुद्री सुरक्षा और पनडुब्बी बचाव में सहयोग जारी रखने के साथ-साथ क्षेत्रीय सुरक्षा ढाँचों के भीतर मिलकर काम करने का निर्णय लिया है।
दोनों देश अंतर्राष्ट्रीय संपर्क अधिकारियों के माध्यम से सूचना फ्यूजन केंद्रों के बीच समुद्री क्षेत्र जागरूकता में सहयोग को मज़बूत करेंगे। सिंगापुर ने मलक्का जलडमरूमध्य गश्ती में भारत की रुचि की सराहना की है।
दोनों देशों ने सीमा पार आतंकवाद सहित सभी रूपों और अभिव्यक्तियों में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। भारत और सिंगापुर द्विपक्षीय तंत्रों, एफएटीएफ और अन्य बहुपक्षीय मंचों के माध्यम से वैश्विक और क्षेत्रीय आतंकवाद, आतंकवादी संगठनों और आतंकवाद के वित्तपोषण के विरुद्ध लड़ने के लिए सहयोग को मज़बूत करेंगे।