देश भर के उद्योग निकायों, अर्थशास्त्रियों और विशेषज्ञों ने भारत के सकल घरेलू उत्पाद-जीडीपी की वृद्धि दर अच्छी रहने के अनुमान का स्वागत किया है और सरकार के प्रयासों की सराहना की है।
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सीईओ और महासचिव डॉ. रंजीत मेहता ने कहा कि अप्रैल-जून की तिमाही में भारत की अर्थव्यवस्था एक बार फिर बेहद मजबूत साबित हुई है। उन्होंने कहा कि भौगोलिक-राजनीतिक चुनौतियों के बीच भारत सबसे तेज़ी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। डॉ. मेहता ने कहा कि अर्थव्यवस्था आगे भी अच्छा प्रदर्शन करेगी, क्योंकि जिन क्षेत्रों में इसने बेहतर प्रदर्शन किया है, उनमें विनिर्माण, सेवा क्षेत्र, कृषि और निर्माण शामिल हैं।
फिक्की के उपाध्यक्ष आनंद गोयनका ने कहा कि पहली तिमाही के लिए जारी जीडीपी आंकड़े स्पष्ट रूप से भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती का संकेत देते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि विनिर्माण और सेवा क्षेत्र– दोनों ने अच्छा प्रदर्शन किया है और सरकार राज्यों के साथ मिलकर सुधारों को गति दे रही है।
आर्थिक मामलों की सचिव अनुराधा ठाकुर ने कहा कि पहली तिमाही के आंकड़े देश की अर्थव्यवस्था के बुनियादी लचीलेपन को दर्शाते हैं। उन्होंने आगे कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मज़बूत और व्यापक आर्थिक बुनियादी सिद्धांतों पर आधारित है।
भारतीय जनता पार्टी के सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश की अर्थव्यवस्था चुनौतियों के बावजूद मज़बूत बनी हुई है।
अर्थशास्त्री आकाश जिंदल ने कहा कि यह पूरी दुनिया के लिए बिल्कुल स्पष्ट है कि भारत लगातार सभी वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
मुख्य अर्थशास्त्री मनोरंजन शर्मा ने कहा कि इस तरह की वृद्धि के साथ भारत दुनिया की सबसे तेज़ी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। उन्होंने कहा कि फिलहाल वैश्विक वृद्धि में 17 प्रतिशत योगदान भारत का है और अर्थव्यवस्था के तीनों क्षेत्रों ने अच्छा प्रदर्शन किया है।