राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने आज भोपाल गैस त्रासदी के चालीस वर्ष: सबक, चुनौती और संभावनाएं विषय पर एक कार्यशाला आयोजित की। इस कार्यशाला में नीति निर्माताओं, सुरक्षा विशेषज्ञों, शिक्षाविदों और उद्योग जगत के अनुभवी लोगों ने भाग लिया।
इस कार्यशाला का उद्देश्य भोपाल गैस त्रासदी के दीर्घकालिक प्रभावों पर चिंतन करना और भारत में औद्योगिक और रासायनिक सुरक्षा की स्थिति का मूल्याकंन करना था। कार्यशाला में सुरक्षा प्रोटोकॉल, जोखिम न्यूनीकरण और आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणालियों में पिछले चार वर्षों में हुई प्रगति का विशलेषण किया गया।
कार्याशाला के मुख्य विषयों में भोपाल त्रासदी का एतिहासिक परिप्रेक्ष्य, सुरक्षा नियमों पर इसका प्रभाव, भारत में नियामक और नीति ढांचे का विकास, तकनीकी प्रगति और सामुदायिक भागीदारी शामिल थे। इस कार्यशाला में रासायनिक उद्योग में प्रोटोकॉल को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण पर भी विशेष ध्यान दिया गया।