नवरात्रि के पावन पर्व का आज सातवां दिन मां कालरात्रि को समर्पित है। राजधानी में मां दुर्गा के विभिन्न पूजा पंडाल सजाए गए हैं। दिल्ली का मिनी कोलकाता कहलाने वाले चितरंजन पार्क से लेकर, सफदरजंग एंक्लेव की मैत्री मंदिर समिति, पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार, फेस वन स्थित कालीबाड़ी का विशेष पंडाल वहीं, नई दिल्ली के मिंटो रोड पूजा समिति का पंडाल अपनी पारंपरिक मूर्तियों की शैली के लिए प्रसिद्ध है। पूजा समितियों द्वारा कई स्थानों पर भव्य पंडाल लगाए गए हैं।
दिल्ली का चितरंजन पार्क दुर्गा पूजा के अवसर पर इन दिनों भक्ति और उल्लास से सराबोर है। यहां के बी-ब्लॉक, ई-ब्लॉक और एम-ब्लॉक में होने वाली पूजा विशेष आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। इन पंडालों में प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। सुबह से ही लोग माता दुर्गा के दर्शन के लिए पंडालों में पहुंचने लगे हैं और देर रात तक पूजा-अर्चना तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हिस्सा बनते हैं। विभिन्न समिति अलग-अलग सामाजिक उत्सवों और सेवा कार्यक्रमों का आयोजन करती है।
पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार, फेस वन स्थित कालीबाड़ी का पंडाल अपनी भव्य मूर्तियों और पारंपरिक अनुष्ठानों के लिए मशहूर है। यहां की पूजा में शामिल होने वाले भक्त घंटों कतार में खड़े होकर ‘देवी दर्शन’ करते हैं। यहां का मुख्य आकर्षण धुनुची नृत्य और सांस्कृतिक कार्यक्रम है। सफदरजंग एंक्लेव की मैत्री मंदिर समिति अपनी अनोखी थीम्स और सजावट के लिए मशहूर है।
यह समिति प्रति वर्ष सामाजिक संदेश या लोक कला को केंद्र में रखकर पंडाल की डिजाइन तैयार करती है। नई दिल्ली की मिंटो रोड पूजा समिति का पंडाल अपनी पारंपरिक मूर्तियों की शैली के लिए प्रसिद्ध है। इस दौरान यहां सांस्कृतिक गतिविधियां और भोग वितरण का आयोजन होता है। इस पंडाल का सिंदूर खेला कार्यक्रम भी प्रसिद्ध है।