इस स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जीएसटी सुधारों की अगली पीढ़ी की घोषणा की थी। इस महीने की 3 तारीख को उनका यह सपना साकार हुआ, जब जीएसटी परिषद ने नागरिकों के जीवन को आसान बनाने के लिए कई क्षेत्रों में कर दरों में कमी की। आज, हम नवीकरणीय ऊर्जा पर एक नज़र डालते हैं।
नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य श्रृंखला में जीएसटी दरों को 12 प्रतिशत से घटाकर 5 प्रतिशत करने से स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं की लागत कम हुई है, जिससे बिजली अधिक किफायती हो गई है और इसका सीधा लाभ परिवारों को मिल रहा है। इस कदम से रूफटॉप सोलर सिस्टम, सोलर पंप और अन्य उपकरणों की लागत भी कम होगी, जिससे परिवारों, किसानों, उद्योगों और डेवलपर्स को लाभ होगा और देश में हरित ऊर्जा के क्षेत्र में बदलाव को बढ़ावा मिलेगा। आकाशवाणी समाचार से बात करते हुए, गोरखपुर निवासी नवीन त्रिपाठी ने कहा कि इस कदम से आम आदमी पर वित्तीय बोझ कम होगा और ऊर्जा क्षेत्र तथा देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा।
अगली पीढ़ी के जीएसटी सुधार स्वच्छ ऊर्जा क्षेत्र को मज़बूती से बढ़ावा देंगे और देश को नवीकरणीय प्रौद्योगिकियों में वैश्विक अग्रणी के रूप में उभरने में मदद करेंगे, साथ ही हरित ऊर्जा को घरों के लिए और भी किफायती बनाएंगे।