गृह मंत्री अमित शाह ने स्टार्टअप्स को नए भारत की रीढ़ बताया। आज गांधीनगर के महात्मा मंदिर में दो दिवसीय स्टार्टअप सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक में भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, जिससे यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन गया है। भारत की युवा शक्ति पर ज़ोर देते हुए श्री शाह ने विश्वास व्यक्त किया कि देश तीन वर्षों में वैश्विक नवाचार सूचकांक में शीर्ष दस में प्रवेश कर जाएगा।
श्री शाह ने बताया कि पिछले 11 वर्षों में स्टार्टअप छोटे शहरों और विविध समुदायों तक पहुँच चुके हैं, जिससे देश भर में 17 लाख नब्बे हजार से ज़्यादा लोगों को रोज़गार मिला है। उन्होंने उद्योग जगत के नेताओं से युवा स्टार्टअप्स में निवेश करने का आग्रह किया और उद्यमियों को कृषि, पर्यटन और सर्कुलर इकोनॉमी जैसे क्षेत्रों में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित किया।
16 हजार स्टार्टअप्स के साथ गुजरात के नेतृत्व की प्रशंसा करते हुए उन्होंने अन्य राज्यों को गुजरात के सफल आई-हब मॉडल को अपनाने का सुझाव दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने मोदी सरकार के नेतृत्व में भारत में स्टार्टअप के व्यापक विस्तार की चर्चा की और इस वर्ष सरकारी संस्थानों में क्षेत्रीय स्टार्टअप हब और एआई लैब स्थापित करने की अपनी सरकार की योजनाओं को दोहराया।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति डैशबोर्ड का शुभारंभ 75 प्रेरक स्टार्टअप्स पर एक कॉफी टेबल पुस्तिका का विमोचन और स्टार्टअप्स, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों के बीच कई समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर भी हुए। दो दिवस के इस सम्मेलन में एक हजार से अधिक स्टार्टअप, पांच हजार नवप्रवर्तक और एक सौ उद्योग सलाहकार भाग ले रहे हैं।