केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान तृणमूल कांग्रेस के साकेत गोखले द्वारा केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो-सीबीआई का विषय उठाने पर आपत्ति व्यक्त की। श्री गोखले के वक्तव्य का विरोध करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि सीबीआई गृह मंत्रालय के अधीन नहीं है और टीएमसी सदस्य को अपना भाषण केवल गृह मंत्रालय के कामकाज तक सीमित रखना चाहिए। श्री शाह ने उनके खिलाफ टीएमसी सांसद की टिप्पणी पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि वह सात बार चुने गए हैं और वह किसी विशेष विचारधारा का विरोध करके नहीं आए हैं। गृहमंत्री ने कहा कि श्री गोखले जिन सीबीआई मामलों का जिक्र कर रहे हैं, वे पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा से जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने अभी तक कोई विशेष सीबीआई अदालत स्थापित नहीं की है, जिसके कारण मामले लंबित हैं।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी श्री गोखले की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने गृह मंत्रालय के कामकाज पर कोई सुझाव नहीं दिया है। सदन के नेता जगत प्रकाश नड्डा ने भी श्री गोखले को भाजपा के खिलाफ की गई अपनी टिप्पणी वापस लेने की मांग की।
भाजपा के सुधांशु त्रिवेदी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद आतंकवाद के विरूद्ध निर्णायक कार्रवाई के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के अंतर्गत कश्मीर में आतंकी गतिविधियों और पत्थरबाजी में काफी कमी आई है।
इस बीच, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने श्री त्रिवेदी से कल अपना भाषण जारी रखने को कहा और सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।