ईरान ने कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी- आईएईए के साथ सहयोग करने का निर्णय रद्द करेगा। संयुक्त व्यापक कार्य योजना के रूप में जाने-जाने वाले 2015 के परमाणु समझौते के अंतर्गत प्रतिबंध राहत में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा विस्तार करने में असफल रहने के बाद ईरान ने यह घोषणा की है।
ईरान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद- एसएनएससी ने एक बयान में यूरोप के तीन देशों, फ्रांस, ब्रिटेन और जर्मनी की कार्रवाइयों की निंदा की है। ईरान ने इन देशों पर राजनयिक प्रयासों की अवहेलना करने का आरोप लगाया है। एसएनएससी ने यूरोपीय देशों की कार्रवाइयों को चेतनाशून्य बताया है। एसएनएससी ने पुष्टि की है कि ईरान आईएईए के साथ अपना परमाणु सहयोग रोक देगा।
यह कदम प्रतिबंधों में राहत बढ़ाने वाले प्रस्ताव को पारित करने में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की विफलता के बाद उठाया गया है। पिछले महीने यूरोप के तीन देशों ने समझौते की स्नैपबैक प्रणाली को सक्रिय कर दिया। इस कारण संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंध ईरान पर फिर से लग सकते हैं।
ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराग़ची ने इस राजनीतिक दबाव की आलोचना करते हुए आईएईए के साथ कूटनीति और तकनीकी सहयोग के लिए ईरान की वचनबद्धता पर बल दिया। उन्होंने आगाह किया कि और तनाव बढ़ने से क्षेत्रीय स्थिरता तनावपूर्ण हो सकती है।