अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने आज काबुल और पख्तिता पर हवाई हमले करने के लिए पाकिस्तान की निन्दा की है। उन्होंने इस हमले को अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन बताया। उन्होंने पाकिस्तान से अपने पथभ्रष्ठ रवैये और हानिकारक नीतियों की समीक्षा करने का आग्रह किया है।
पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने पाकिस्तान से मित्रवत और सभ्य संबंधों के आधार पर अफगानिस्तान के साथ सम्पर्क स्थापित करने का भी आग्रह किया। करज़ई का यह बयान काबुल में हुए कई विस्फोटों के बाद आया है। इस बयान को लेकर निवासियों और पर्यवेक्षकों को आशंका है कि ये अकारण सीमा पार से किए गए हवाई हमलों का परिणाम था।
अफगानिस्तान की राजधानी उस समय दहल गई जब कई इलाकों में शक्तिशाली विस्फोटों की आवाजें गूंज उठीं। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि ऊपर से विमानों के उड़ने की स्पष्ट आवाज सुनाई दे रही थी।
ये विस्फोट पूर्वी काबुल के जिला आठ से शुरू हुए, जहां प्रमुख सरकारी अधिकारी और आवासीय ब्लॉक स्थित हैं। इन विस्फोट से व्यापक स्तर पर दहशत फैल गई। यह घटना पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ द्वारा नेशनल असेंबली में दिए गए एक तीखे बयान के कुछ ही घंटों बाद हुई। इस बयान में राजनयिक संयम के टूटने का संकेत दिया गया था।