अंतर्राष्ट्रीय लवणता सम्मेलन 3.0, वी-केयर 2025, आज गोवा में शुरू हुआ। इस कार्यक्रम का उद्घाटन आईसीएआर, नई दिल्ली के उप महानिदेशक डॉ. ए.के. नायक ने किया।
डॉ. नायक ने कहा कि मृदा और जल लवणता कृषि उत्पादकता, पारिस्थितिकी तंत्र और खाद्य सुरक्षा के लिए, विशेष रूप से शुष्क और तटीय क्षेत्रों में, बढ़ता खतरा है।
सम्मेलन में भारत के साथ-साथ जापान, श्रीलंका, मॉरीशस, दुबई, ओमान, केन्या, घाना, जाम्बिया, गाम्बिया, एस्वातिनी और लेबनान सहित सार्क और एएआरडीओ सदस्य देशों के लगभग 150 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं।