राज्यसभा में आज चुनाव सुधारों पर चर्चा फिर से शुरू हुई। चर्चा में हस्तक्षेप करते हुए कानून और न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के सुधार, प्रदर्शन और रूपांतरण के सिद्धांत के अंतर्गत देश विकास की ओर अग्रसर है। उन्होंने फर्जी मतदाताओं को मतदाता सूची से हटाने के लिए चलाए जा रहे विशेष गहन पुनरीक्षण-एस.आई.आर प्रक्रिया का पुरजोर समर्थन किया।
श्री मेघवाल ने कहा कि सरकार सुधार लाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि एसआईआर का विरोध करने वाले लोग यह भूल गए हैं कि यह भारतीय संविधान के संस्थापक बाबासाहेब आंबेडकर के सार्वभौमिक वयस्क मताधिकार ‘एक व्यक्ति, एक वोट, एक मूल्य’ के सिद्धांत पर आधारित है।
इससे पहले, चर्चा में भाग लेते हुए ऑल इंडिया अन्ना डी.एम.के. के डॉ. एम. थंबीदुरई ने कहा कि शुद्ध और सटीक मतदाता सूची लोकतंत्र को मजबूत करती है और पारदर्शिता मतदाताओं को सशक्त बनाती है। उन्होंने कहा कि चुनाव प्रचार एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है और राजनीतिक दलों को प्रचार के लिए उचित अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग स्वस्थ लोकतांत्रिक व्यवस्था का महत्वपूर्ण अंग है।
वाई.एस.आर.कांग्रेस. के वाई.वी. सुब्बा रेड्डी ने कहा कि चुनावी सुधार एक सतत प्रक्रिया है। उन्होंने चुनावों की सीसीटीवी फुटेज को सार्वजनिक करने की अनिवार्यता और मतदान केंद्रों की लाइव वेबकास्टिंग करने की मांग की।
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल के संजय यादव ने कहा कि देश के चुनावी सुधारों के लिए नई पीढ़ी के सुधारों की आवश्यकता है।
जनता दल सेक्यूलर के एच डी देवेगौड़ा ने मतदाता सूची में संशोधन को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर विपक्ष द्वारा लगाए गए आरोपों की आलोचना की।
भारत राष्ट्र समिति के के.आर. सुरेश रेड्डी ने दलबदल विरोधी कानून में सुधार की मांग की। उन्होंने कहा कि पार्टी एक राष्ट्र एक चुनाव के सिद्धांत का समर्थन करती है।
जनता दल यूनाइटेड के संजय झा ने कहा कि उनकी पार्टी ईवीएम के जरिए चुनाव कराने के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि बिहार में मतदाता सूचियों को शुद्ध करने के लिए मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण किया गया था और मतदाताओं की मृत्यु और पलायन के आधार पर ही नाम हटाए गए थे।
शिवसेना के मुरली मिलिंद देवरा ने कहा कि एस.आई.आर सामयिक और आवश्यक प्रक्रिया है। समाजवादी पार्टी के प्रोफेसर रामगोपाल यादव ने कहा कि चुनाव मतपत्र के माध्यम से होने चाहिए।
आम आदमी पार्टी के संदीप कुमार पाठक ने कहा कि चुनाव आयोग को एक स्वतंत्र निकाय के रूप में कार्य करना चाहिए।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद पवार गुट की डॉ. फौजिया खान ने चुनाव सुधारों पर बेहतर कानून बनाने के लिए जेपीसी के गठन का सुझाव दिया। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि क्या आदर्श आचार संहिता को वैधानिक मान्यता दी जाएगी।
भारतीय जनता पार्टी की कविता पाटीदार ने कहा कि जनता का जनादेश पार्टी के साथ है क्योंकि नरेंद्र मोदी सरकार ने अपनी जनकेंद्रित नीतियों से जनता का विश्वास जीता है।
भाजपा की सुलता देव, कांग्रेस के दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला, झारखंड मुक्ति मोर्चा के डॉ. सरफराज अहमद, वाई.एस.आर.सी.पी. के एस निरंजन रेड्डी और भाजपा के दिनेश शर्मा सहित अन्य सदस्यों ने भी चर्चा में भाग लिया। सदन की कार्यवाही कल सुबह तक के लिए स्थगित कर दी गई