उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ बातचीत ने लोकतंत्र रो खास पहलू बतायो है। श्री धनखड़ सोमवार ने जयपुर रा कॉन्स्टीट्यूशन क्लब मांय पूर्व विधायक संघ री ओर ऊं राख्यी ज्या स्नेह मिलन अर सम्मान समारोह मांय बोल रह्या हा। वे कह्यो के सियासत मांय मतभेद व्हे सके है, पण मनभेद नी व्हेवणो चाहिजे। श्री धनखड़ कह्यो के प्रजातंत्र मांय चर्चा, वाद-विवाद अर बात केहवणो घणो खास व्ह्े है अर स्वस्थ बहस लोकतंत्र री ओळखाण व्हे है। उपराष्ट्रपति कह्यो के दूजा री बात सुणबो ई ज़रूरी है, जिण ऊं लोकतंत्र मजबूत बणे है। श्री धनखड़ सियासत रा मौजूदा हालात मांय वाद-विवाद रा गिरता स्तर माथे चिंता जताता थकां कह्यो के ओ म्हाणी हज़ारां साल जूनी संस्कृति ऊं मेल नी खावे है। उपराष्ट्रपति आपरेशन सिंदूर रो जिक्र करता थकां कह्यो के आतंकवाद रो करड़ाई ऊं जवाब देवणो जरूरी है। वे ऑपरेशन सिंदूर पाछे भारत री बात दुनिया सामी रखण सारू न्यारी-न्यारी पार्टिंया रा सांसदां ने दूजा देशां मांय भेजण रा सरकार रा फैसला री ईं सराहवणा करता थकां कह्यो के देश रे बाहर राष्ट्र म्हाणो धर्म व्हे है। उपराष्ट्रपति कह्यो के दलगत राजनीति ऊं ऊंचा उठ र करी ज्या फैसलां रो सकरात्मक नतीजो व्हे है। जळसा मांय राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े कह्यो के संविधान सब ऊं ऊंचो है अर लोकतंत्र री मजबूती सारू सगळां ने मिल र काम करणो चाहिजे।वे पैली वाळां विधायकां ऊं पेंशन अर विकास रा दूजा मुद्दा माथे तालमेल सागे काम करण माथे जोर दीनो। कार्यक्रम रे दौरान विधानसभा मांय विपख रा नेता टीकाराम जूली ई मौजूद रह्या।