केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री जीतन राम मांझी ने आज राज्यसभा में अपने लिखित उत्तर में देश में सूक्ष्म, लघु तथा मध्यम उद्यम-एमएसएमई क्षेत्र के विकास पर प्रकाश डाला।
प्राप्त जानकारी के अनुसार 24 जुलाई 2024 तक, देश में उद्यम पंजीकरण पोर्टल और उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म पर पंजीकृत एमएसएमई की कुल संख्या 4 करोड़ 76 लाख है। 2022-23 के दौरान अखिल भारतीय विनिर्माण उत्पादन में एमएसएमई विनिर्माण उत्पादन की हिस्सेदारी 35 दशमलव 4 प्रतिशत थी और 2022-23 के दौरान अखिल भारतीय सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में एमएसएमई सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) की हिस्सेदारी 30 दशमलव एक प्रतिशत थी।
श्री जीतन राम मांझी ने बताया है कि 24 जुलाई 2024 तक, उद्यम पंजीकरण पोर्टल और उद्यम असिस्ट प्लेटफॉर्म पर एमएसएमई द्वारा रिपोर्ट किया गया कुल रोजगार 20 दशमलव 55 करोड़ है।
एमएसएमई को ऋण प्रवाह बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में दी गई जानकारी के अनुसार अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों को एमएसई श्रेणी में इकाइयों को दिए गए 10 लाख रुपये तक के ऋण के मामले में अतिरिक्त सुरक्षा स्वीकार नहीं करने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा, व्यापार करने में आसानी के लिए ”उद्यम पंजीकरण पोर्टल” के माध्यम से एमएसएमई का मुफ्त पंजीकरण, देश की प्रगति में एमएसएमई की अधिक भागीदारी को बढ़ाता है।