जापान में मौजूदा वर्ष की पहली छमाही में लागत बढने, श्रमबल की कमी और वित्तीय सहयोग घटने से दिवालिया होने वाली कंपनियों की संख्या में 22 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
एक ऋण शोध कंपनी के अनुसार जनवरी से जून की अवधि में चार हजार आठ सौ 87 कंपनियां दिवालियां हुई है। यह संख्या वर्ष 2014 के बाद सर्वाधिक है। खबरों के अनुसार इस अवधि में लघु और सूक्ष्म उद्योग सर्वधिक प्रभावित हुये हैं। येन के अवमूल्यन से आर्थिक परिदृश्य और अधिक जटिल हो गया है।