कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में अंतिम संसदीय प्रतिनिधिमंडल पांच देशों की अपनी सफल यात्रा पूरी करने के बाद आज भारत लौट आया है। प्रतिनिधिमंडल ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों से निपटने के लिए भारत की राष्ट्रीय सहमति और दृढ़ दृष्टिकोण को प्रदर्शित करने के लिए अमरीका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया का दौरा किया।
श्री थरूर ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने अपनी यात्रा के दौरान कई बैठकें कीं। उन्होंने बताया कि इन बैठकों में उन्हें अपनी चिंताओं के संबंध में सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली है।
श्री थरूर ने ऑपरेशन सिंदूर के संबंध में कोलंबिया के पहले के बयान का जिक्र करते हुए उल्लेख किया कि प्रतिनिधिमंडल ने वास्तव में कोलंबिया को अपना रुख बदलने के लिए मजबूर किया।
उन्होंने कहा कि कोलंबिया ने शायद अपने इस रुख पर पर्याप्त विचार नहीं किया था और यही कारण है कि उसने बाद में इसे वापस भी ले लिया था।
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के दूसरे समूह का नेतृत्व करने वाले भारतीय जनता पार्टी सांसद रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि प्रतिनिधिमंडल ने अपनी यात्रा के दौरान कई बैठकों में आतंकवाद पर भारत के रुख को प्रस्तुत किया।
प्रतिनिधिमंडल ने ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, यूरोपीय संघ, इटली और डेनमार्क का दौरा किया। नई दिल्ली में संवाददाताओं से बातचीत में श्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने विभिन्न देशों के स्पीकर, सांसदों, विदेश मंत्रियों और उप विदेश मंत्रियों से मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि दुनिया को यह समझने की जरूरत है कि पाकिस्तान, एक सैन्य-जनरल गठजोड़ की गिरफ्त में है जिसके अनुचित काम आतंकवादी करते हैं।