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अक्टूबर 8, 2025 2:01 अपराह्न

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प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी नई दिल्‍ली के यशोभूमि में 9वीं भारत मोबाइल कांग्रेस का उद्घाटन किया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा है कि देश में डिजिटल कनेक्टिविटी अब कोई विशेषाधिकार या विलासिता नहीं, बल्कि सभी के जीवन का अभिन्न अंग है। श्री मोदी ने आज नई दिल्ली के यशोभूमि में एशिया के सबसे बड़े दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी कार्यक्रम, इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 के नौवें संस्करण का उद्घाटन में यह बात कही। उन्होंने कहा कि जिस देश में कभी 2-जी की समस्या थी, वहां, अब लगभग हर जिले में 5-जी कनेक्टिविटी है। श्री मोदी ने देश के डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे की सफलता को रेखांकित करते हुए कहा कि यह निवेश, नवाचार और मेक इन इंडिया का सबसे अच्छा समय है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश नवाचार और प्रगति के एक प्रभावी मंच के रूप में उभर रहा है। श्री मोदी ने कहा कि भारत अब दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा दूरसंचार बाजार और दूसरा सबसे बड़ा 5-जी बाजार है। उन्होंने कहा कि भारत ने हाल ही में स्‍वदेशी, 4-जी स्टैक लॉन्च किया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही भारत दुनिया के उन पांच देशों में शामिल हो गया है जिनके पास यह क्षमता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दूरसंचार क्षेत्र में देश की सफलता आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण की मजबूती को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि इंडिया मोबाइल कांग्रेस केवल मोबाइल और दूरसंचार तक ही सीमित नहीं है, बल्कि कुछ ही वर्षों में एशिया का सबसे बड़ा डिजिटल प्रौद्योगिकी मंच बन गया है।

    इस अवसर पर संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि भारत अब दुनिया का डिजिटल ध्वजवाहक बन गया है। उन्होंने कहा कि देश की दूरसंचार क्रांति फोर-डी – डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी, डिजिटल फर्स्ट और डिलीवरी पर आधारित है। श्री सिंधिया ने कहा कि देश ने वर्ष 2014 में 60 मिलियन इंटरनेट ब्रॉडबैंड उपयोगकर्ताओं से बढ़कर 944 मिलियन ब्रॉडबैंड ग्राहकों तक की महत्‍वपूर्ण वृद्धि देखी है। श्री सिंधिया ने कहा कि देश के 99 दशमलव 9 प्रतिशत जिले अब 5-जी से जुड़ चुके हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया भर के 20 देश, भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल को अपनाने के लिए सक्रिय रूप से चर्चा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत अब दुनिया के 20 प्रतिशत मोबाइल उपयोगकर्ता हैं।

    इस चार दिवसीय कार्यक्रम में दूरसंचार और उभरती प्रौद्योगिकियों में नवीनतम प्रगति को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें वैश्विक नेता, नीति निर्माता और उद्योग विशेषज्ञ भाग लेंगे। डेढ़ सौ से अधिक देशों और 400 से अधिक कंपनियों के एक लाख 50 हज़ार से अधिक प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं। यह कार्यक्रम ऑप्टिकल संचार, दूरसंचार में सेमीकंडक्टर, क्वांटम संचार और 6-जी जैसे प्रमुख विषयों पर केंद्रित होगा। कार्यक्रम का विषय परिवर्तन के लिए नवाचार है।