पाकिस्तान ने कल रात करीब चार सौ ड्रोनों का इस्तेमाल करते हुए लेह से सरक्रिक तक 36 स्थानों पर घुसपैठ करने का प्रयास किया। भारतीय सशस्त्र सेनाओं ने काइनेटिक और नॉन-काइनेटिक उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए कई ड्रोनों को मार गिराया। नई दिल्ली में विशेष संवाददाता सम्मेलन में भारतीय सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने सैन्य ढांचे को लक्ष्य बनाने के इरादे से समूची पश्चिमी सीमा पर कई बार भारतीय हवाई क्षेत्र का उल्लंघन किया।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी हथियारों से गोलाबारी की। उन्होंने कहा कि बडे पैमाने पर हवाई घुसपैठ का लक्ष्य वायु रक्षा प्रणाली का परीक्षण और खुफिया जानकारी हासिल करना था। उन्होंने कहा कि ड्रोनों के मलबे की फोरेंसिक जांच की जा रही है और प्रारंभिक खबरों से पता चलता है कि ये तुर्किए में बने असगार्ड सोन्गर ड्रोन थे।
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने 7 मई की शाम को अकारण ड्रोन और मिसाइल हमले के दौरान अपना सिविल विमानन क्षेत्र खुला रखा। उन्होंने नागरिक विमानों का इस्तेमाल ढाल के रूप में कने के लिए पाकिस्तान की आलोचना की।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि पाकिस्तानी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र ड्रोन पाकिस्तान में चार हवाई रक्षा ठिकानों पर दागे गए और इनमें से एक ड्रोन पाकिस्तान के एडी रडार को नष्ट करने में सक्षम रहा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर भारी तोपों और सशस्त्र ड्रोनों का इस्तेमाल करते हुए गोले बरसाए, जिनसे कुछ भारतीय सैनिक हताहत हुए। उन्होंने कहा कि भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तानी सेना को भी भारी क्षति पहुंचाई गई है।
इस अवसर पर मीडिया को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि हमलों से इनकार करना पाकिस्तानी की दोहरी नीति का उदाहरण है। उन्होंने गुरुद्वारों, कॉन्वेंटों और मंदिरों सहित पूजा स्थलों को निशाना बनाने और उन पर गोलाबारी करने के लिए पाकिस्तानी की आलोचना की और कहा कि यह उसके लिए एक नया निम्न स्तर है। उन्होंने कहा कि बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद के मुख्यालय पर हमला वॉल स्ट्रीट जर्नल के पत्रकार डेनियल पर्ल की हत्या का माकूल जवाब है।
विदेश सचिव ने बताया कि मौजूदा सुरक्षा स्थिति को देखते हुए करतारपुर साहिब गलियारे की सेवाएं अगले निर्देश तक स्थगित कर दी गई हैं। पाकिस्तान को आईएमएफ से राहत पैकेज के बारे में श्री मिसरी ने कहा कि भारत आईएमएफ बोर्ड की बैठक में अपना पक्ष रखेगा और नवीनतम घटनाक्रम पर अपना दृष्टिकोण साझा करेगा। उन्होंने कहा कि इस मामले पर अंतिम निर्णय लेना बोर्ड और उसके सदस्यों पर निर्भर है।