केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जे पी नड्डा ने कहा कि नई स्वास्थ्य नीति समावेशी और समग्र स्वास्थ्य सेवा प्रणालियों को प्रमुखता देगी। इसमें रोग की रोकथाम, उपचारात्मक, उपशामक और वृद्धावस्था देखभाल तथा स्वास्थ्य शिक्षा को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
श्री नड्डा ने आज कर्नाटक के बेलगावी में केएलई एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च के 15वें दीक्षांत समारोह में कहा कि देश भर में एक लाख 77 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर खोले गए हैं, जिससे रोगों के निदान और रोकथाम के लिए सामूहिक जांच की जा सके।
उन्होंने कहा कि 29 करोड़ से अधिक लोगों की ओरल कैंसर के लिए जांच की गई और उनमें से एक करोड़ 58 लाख लोगों को आगे के उपचार के लिए रेफर किया गया।
श्री नड्डा ने कहा कि इसी तरह 15 करोड़ 51 लाख लोगों की ब्रेस्ट कैंसर के लिए जांच की गई और 58 हजार लोगों को उपचार के लिए रेफर किया गया। उन्होंने यह भी बताया कि 35 करोड़ से अधिक लोगों की मधुमेह के लिए जांच की गई और दो करोड़ 57 लाख लोग सकारात्मक पाए गए और उनका उपचार किया गया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 35 करोड़ से अधिक लोगों की उच्च रक्तचाप के लिए जांच की गई और चार करोड़ लोगों को उपचार के लिए रेफर किया गया।