17वें भारत-ब्रिटेन विदेश कार्यालय परामर्श- एफओसी और प्रथम रणनीतिक निर्यात तथा प्रौद्योगिकी सहयोग वार्ता आज नई दिल्ली में आयोजित की गई। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने किया और ब्रिटेन की ओर से विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय में स्थायी अवर सचिव ओलिवर रॉबिंस ने वार्ता में भाग लिया। दोनों पक्षों ने रणनीतिक क्षेत्रों में अधिक प्रौद्योगिकी सहयोग को सक्षम करने के लिए निर्यात नियंत्रणों पर विचार करने के लिए रणनीतिक निर्यात और प्रौद्योगिकी सहयोग वार्ता की पहली बैठक भी आयोजित की।
इस बारे में पिछली बैठक पिछले साल मई में लंदन में आयोजित की गई थी। दोनों पक्षों ने भारत-ब्रिटेन मुक्त व्यापार समझौते और दोहरे योगदान सम्मेलन के समापन का स्वागत किया। श्री मिस्री और श्री रॉबिंस ने हमारी व्यापक रणनीतिक साझेदारी को गहरा और विविधतापूर्ण बनाने के लिए व्यापार, निवेश और वित्तीय क्षेत्र, रक्षा और सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी, प्रौद्योगिकी, विज्ञान, नवाचार, हरित ऊर्जा, जलवायु, स्वास्थ्य, शिक्षा और लोगों के बीच संबंधों में सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की।
श्री मिसरी ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत के प्रति ब्रिटेन सरकार की एकजुटता और समर्थन के लिए भारत की सराहना व्यक्त की। उन्होंने और श्री रॉबिंस ने आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।