रूस ने कहा है कि जब तक संघर्ष के मौलिक कारणों का समाधान नहीं हो जाता और शांति समझौते औपचारिक रूप से स्वीकृत नहीं हो जाते तब तक उसका सैन्य अभियान जारी रहेगा। रूस की स्टेट ड्यूमा की रक्षा समिति के अध्यक्ष एंड्री कार्तापोलोव ने किसी भी बिना शर्त संघर्षविराम से इनकार किया।
उन्होंने कहा कि मॉस्को तब तक अपनी कार्रवाई जारी रखेगा जब तक दोनों देशों के बीच कोई स्थायी औपचारिक समझौता नहीं हो जाता। उन्होंने पश्चिम की पूर्व वार्ताओं में रूस से किए गए खोखले वादों का आरोप लगाते हुए कहा कि रूस फिर से धोखा नहीं खाएगा।
संयुक्त राष्ट्र में, रूस के दूत वासिली नेबेंज़िया ने भी इसी रुख को दोहराया। उन्होंने कहा कि मॉस्को सिद्धांत रूप में संघर्षविराम पर विचार करने को तैयार है, लेकिन केवल तभी जब कीव स्थायी समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाए।
नेबेंज़िया ने यूक्रेनी राष्ट्रपति व्लोदिमीर ज़ेलेंस्की पर आरोप लगाया कि वह जानबूझकर संघर्ष को लंबा खींच रहे हैं ताकि लोकतांत्रिक जवाबदेही और भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने से बच सकें। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि यूरोप के कुछ तत्व किसी भी शांति वार्ता को स्थगित करने का प्रयास कर रहे हैं और अमेरिका को गुमराह कर रहे हैं।