श्रम और रोजगार मंत्री डॉक्टर मनसुख मांडविया ने रोजगार से जुड़ी प्रोत्साहन-ईएलआई योजना को मिशन मोड में लागू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने योजना का लाभ वास्तविक लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए मजबूत तंत्र पर बल दिया। डॉक्टर मांडविया ने ईएलआई योजना पर एक बैठक की अध्यक्षता की जिसमें श्रम और रोजगार राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा ईपीएफओ के अधिकारी भी उपस्थित थे।
डॉक्टर मांडविया ने कहा कि सरकार एक स्थायी और समावेशी रोजगार पारिस्थितिकी तंत्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि ईएलआई योजना रोजगार सृजन की सुविधा और नियोक्ताओं तथा कर्मचारियों को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए बनाई गई है।
मंत्रालय ने कहा कि योजना का लक्ष्य दो साल की अवधि में देश में दो करोड़ से अधिक नौकरियां सृजित करना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के 5 योजनाओं और पहलों के हिस्से के रूप में इस वर्ष बजट में ईएलआई के लिए तीन योजनाओं की घोषणा की गई थी। इससे दो लाख करोड़ रूपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में चार करोड़ दस लाख युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा प्रदान की जाएगी।