भारत अगले महीने की 6 तारीख से तमिलनाडु के सुलार में पहले बहुराष्ट्रीय वायुसेना अभ्यास ‘तरंग शक्ति 2024’ की मेजबानी करेगा। इस अभ्यास में करीब 30 देश हिस्सा लेंगे। तीस देशों में से दस देश लड़ाकू विमानों के साथ इस अभ्यास में भाग लेंगे। यह अभ्यास भारत को अपनी रक्षा शक्ति के प्रदर्शन का अवसर देगा साथ ही भाग लेने वाली सेनाओं को आपसी तालमेल के साथ संचालन को बढ़ावा देने का मंच प्रदान करेगा।
वायु सेना उप-प्रमुख एयर मार्शल ए पी सिंह ने आज नई दिल्ली में बताया कि अभ्यास का पहला चरण 6 से 14 अगस्त तक तमिलनाडु के सुलार में और दूसरा चरण राजस्थान के जोधपुर में 29 अगस्त से 14 सितंबर तक आयोजित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अभ्यास में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, फ्रांस, जर्मनी, ग्रीस, स्पेन, संयुक्त अरब अमीरात, ब्रिटेन, अमरीका और सिंगापुर सहित 10 देश अपने विमानों के साथ अभ्यास में शामिल होंगे और 18 देश पर्यवेक्षक के रूप में भाग लेंगे।
एयर मार्शल सिंह ने बताया कि भारत स्वदेश में निर्मित लड़ाकू विमान और उपकरणों का प्रदर्शन करेगा। भारत के तेजस, राफेल, मिराज 2000, जगुआर, मिग-29 विमान सहित कई लड़ाकू विमान अभ्यास में हिस्सा लेंगे।