केन्द्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल ने कहा है कि भारत ने कल 241 गीगावाट की अधिकतम बिजली मांग को सफलतापूर्वक पूरा किया है। उन्होंने आज नई दिल्ली में संवाददाताओं को बताया कि भारत ने 2024-25 के दौरान 34 गीगावाट की अपनी अब तक की सर्वाधिक उत्पादन क्षमता जोड़ी है। इसमें अक्षय ऊर्जा का योगदान 29 दशमलव पांच गीगावाट है।
श्री मनोहर लाल ने कहा कि ऊर्जा क्षेत्र ने सेवा, सुशासन और गरीबों के कल्याण के लिए समर्पित नरेन्द्र मोदी सरकार के कार्यकाल में पिछले 11 वर्षों में विद्युत क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है। इस दौरान अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय विकास हुआ है।
बिजली मंत्री ने कहा कि इस वर्ष के अंत तक देश की कुल ऊर्जा उत्पादन क्षमता में गैर-जीवाश्म स्रोतों की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत से अधिक हो जाएगी। उन्होंने कहा कि इस अवधि के दौरान पारेषण लाइनों की लंबाई दो लाख 91 हजार सर्किट किलोमीटर से बढ़कर चार लाख 94 हजार सर्किट किलोमीटर हो गई है, जो ऊर्जा अवसंरचना के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पिछले दो महीने के आंकड़े बताते हैं कि बिजली की मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर शून्य है। उन्होंने कहा कि इससे पता चलता है कि देश बिजली का पर्याप्त उत्पादन कर रहा है।